Sunday, February 28, 2016

एकाक्षरश्लोकाः

एकाक्षर श्लोकाः
ननोनन्नुनो नुन्नोनो  नाना  नानाननाननु
नुन्नोऽनुन्नोननुन्नेनो नाने नानुन्ननुन्ननुत् -१
दाददो दुद् ददुद् दादी  दाददो दुददीददोः
दुद्दादं  दददे  दुद्दे  दादाददददोऽददः  -२
यायायायायायायायायायायायायायायाया

यायायायायायायायायायायायायायायाया-३

Sunday, February 21, 2016

ମା ' ମୋର

ମାଆ ଲୋ! ତୁତ ଧରା ଠାରୁ ଅତି ଭାରି
ଧିର ଧୈର୍ଯ୍ୟ ତୋର ଅସୀମ ଅପାର 
                        ତୁହି ସର୍ବ ଦୁଃଖ ହାରୀ 
ମା ତୋର କୋଳ ରକ୍ଷାର ଆକର 
ପଣତରେ ପୋଛୁ ତୁ ଧୁଳି ଧୂସର 
ତୋ ପାଇଁ ପରା ମୁଁ ଜୀବନ ପସରା 
             ମୋ ପାଇଁ ଦେଲୁ ତୁ ଜୀବନ ସାରି 
ଦେଖିଲି ତୋ ଯୋଗୁଁ ଏ ସାରା ସଂସାର 
ଦେଖାଇ ଭୋଗିଲୁ ତୁ କଷ୍ଟ ଅପାର 
ନଷ୍ଟ କରି ଦେଲୁ ତୋର ଯଉବନ 
             ତୋ ଋଣକୁ କିଏ ସୁଝିତ ପାରି 
ମୋ ପାଇଁ ଶୋଇନୁ ନିଶି ପରେ ନିଶି 
ଅଗଣାରେ ବସି ଦେଖାଇଲୁ ଶଶି  
ମୋ ପାଟିକି ଗଲେ ତୋ ପେଟକୁ ଯାଏ 
              କେତେ ସୁଆଦ ତୋ ହାତ ତିଆରି 
ଡରେଇଛି କେତେ ଧମକାଇଛି 
ମାଆ ତୁ ସହିଛୁ କହିନୁ କିଛି 
କହିଛି ମାରିଛି ଶୁଣିଛି ମୁଁ ଛି 
             କହିନୁ ତୁ କେବେ ଯାଆରେ ମରି           

पद्मवन्ध

श्री विश्वनाथ कविराज कृत पद्मबन्ध  श्लोक-
  मारमासुषमा चारुरुचा  मारवधूत्तमा
  मात्तधुर्ततमावासा सा वामा मेऽस्तु मा रमा ।।

Saturday, February 6, 2016

चित्रकाव्य

      महाकवि भारविकृत किरातार्जुनियमहाकाव्यस्य सर्वतोभद्र चित्रश्लोकः -
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देवाकानिनिकावादे वाहिकास्वस्वकाहिवा

काकारेभभरेकाका निस्वभव्य व्यभस्वनि

Monday, February 1, 2016

दीर्घ वाक्यम्

महाकबिश्रीबाणभट्टबिरचितकादंबरीगद्यकाव्ये जाबाल्याश्रमवर्णनम् - अनति दूरमिव गत्वा सदासन्निहित कुसुमफ़लैः ताल तिलक तमाल हिन्ताल बकुल बहुलैः एला लता कुलित नाली- केरीकलापैः लोल लोघ्र लवली लवङ्ग पल्लवैः उल्लसितचूतरेणुपटलैः अलिकुल झङ्कार मुखर सहकारैः उन्मद कोकिल कुलकलाप कोलाहलिभिः उत्फ़ुल्लकेतकीरजःपुञ्जपिञ्जरैः पूगिलता- दोला